Tuesday 2 September 2014

ीय उच्चायुक्त वाई के सिन्हा भी ताजा उम्मीदों की तस्दीक करते हैं । श्री सिन्हा श्रीलंका के राजनेताओं के साथ ही अफसरों और पत्रकारों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं । 1981 बैच के आईएफएस अधिकारी श्री सिन्हा अवकाश प्राप्त लेफ्टिनेंट जनरल एस के सिन्हा जी के सुपुत्र हैं जो असम तथा जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रह चुके हैं ।मूलतः पटना के निवासी श्री सिन्हा का ननिहाल मेरे गांव से दस किलोमीटर दूर सुल्तानपुर जिले के छीतेपट्टी गांव में है जहां उनके नाना द्वारा करीब पांच दशक पहले स्थापित इंटर कॉलेज में अभी भी सैकड़ों छात्र पढ़ते हैं।श्री सिन्हा जल्द ही सचिव स्तर पर प्रोन्नत होने वाले हैं और उन्होंने वादा किया है कि अगली बार स्वदेश लौटने पर ननिहाल अवश्य चलेंगे।इसी कार्यक्रम में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आर एम श्रीवास्तव की सुपुत्री ईशा श्रीवास्तव से भी मुलाकात हुई जो बचपन में मेरी कालोनी में रह चुकी हैं।ईशा फिलहाल भारतीय उच्चायोग में सेक्रेटरी फर्स्ट ( प्रेस एवं सूचना ) के तौर पर तैनात हैं और भारतीय पत्रकारों के इस दौरे में उनका विशेष सहयोग रहा।ताज समुद्र होटल में आयोजित इस कार्यक्रम में एक और पुराने मित्र से मिलना सुखद रहा। इलाहाबाद निवासी अभिषेक दयाल 1997 बैच के आईआईएस अधिकारी हैं जो कोलम्बो में प्रसार भारती के विशेष संवाददाता के तौर पर तैनात हैं । अत्यंत शालीन और मृदुभाषी अभिषेक और मैने साल 2000- 2001 में डीडी न्यूज में साथ काम किया है।IFWJ के महासचिव श्री परमानन्द पाण्डेय, उपाध्यक्ष सत्य पारीक, महिला सचिव नमिता बोरा के साथ ही श्रीलंका प्रेस एसोसिएशन के अध्यक्ष मुदिता करियाकरवना , फॉरेन सेक्रेटरी कुरलू करियाकरवना, उपाध्यक्ष हर्षा बी अबेकून और श्रीलंकाई मीडिया के वरिष्ठ संपादकों एवं अन्य पत्रकारों ने भारत- श्रीलंका के रिश्तों पर उच्चायुक्त से खुलकर बातचीत की। उम्मीद है कि दिसम्बर में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज श्रीलंका का दौरा करेंगी और उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पड़ोसी मुल्क जाएगें।