Wednesday 28 January 2015

निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकार थे साधक: राजेन्द्र शर्मा

www.prativad.com, निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकार थे साधक: राजेन्द्र शर्मा

भोपाल 28 जनवरी 2015। पत्रकार अनिल साधक स्मृति मंच द्वारा अनिल साधक की सातवीं पुण्यतिथि के अवसर पर काव्योत्सव एवं सम्मान समारोह का आयोजन पत्रकार भवन मालवीय नगर में किया गया। इस अवसर पर क्राइम रिपोटर्रो एवं काव्य जगत कि चार विभूतियो को सम्मानित किया गया।
दैनिक स्वेदश के प्रधान संपादक राजेन्द्र शर्मा ने राष्ट्रीय हिन्दी मेल के प्रधान संपादक विजय दास कि अध्यक्षता में क्राइम रिपोर्टर राजेश चंचल दैनिक भास्कर, नीरज गौर दैनिक जागरण, आदेश भदौरिया पीपुल्स समाचार, एवं निलेश पटेल पत्रिका को क्राइम रिपोटिंग के लिए शाल श्रीफल, प्रशस्ती पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। प्रेस फोटोग्राफर अनिल टेवरे को भी सम्मानित किया गया।
काव्यक्षेत्र में विशिष्ठ योगदान देने वाले गीतकार रामअधीर पवन जैन (आईपीएस) प्रियदर्शी रवैरा एवं श्रीमती निर्मला जोशी को शाल श्रीफल प्रशस्ती पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट 
कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार महेश श्रीवास्तव, रमेश शर्मा, लज्जाशकंर हरदेनिया एवं माखललाल चतुर्वेद्वी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पुष्पेन्द्र पाल सिंह विशेष अतिथि के रूप में उपस्थि थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथि द्वारा माॅं सरस्वती एवं स्वं अनिल साधक के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं द्वीप प्रज्जवलित कर किया गया। तत्पयचात आयोजन समिति की ओर से विनोद श्रीवास्तव, धर्मेन्द्र सिंह ठाकुर, अवधेश पुरोहित, दिनेश निगम, ओम प्रकाश हयारण, आर. डी. सक्सेना, राजेन्द्र कश्यप, नीरज निगम, उमाशरण श्रीवास्तव ने अतिथियों का पुष्पहारों से स्वागत किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अनिल साधक को श्रद्वाजंली अर्पित करते हुए आर. डी. सक्सेना ने काव्यपाठ किया। आ.पी.एस. पवन जैन ने वर्तमान व्यवस्थाओ पर कटाक्ष करते हुए शहीद पुलिस कर्मियों के दर्द को बंया किया तो प्रियदर्शी रवेरा ने व्यंगात्मक कविताओं के माध्यम से चुटकियां ली। राम समस्याओं और समाज के प्रति उनकी भूमिका को बारवूबी ब्यान किया। इस अवसर पर पत्रकार एवं कवि राजेश चंचल ने कुंडलियों के माध्यम से सभी के भग्य को रेखंकित करते अधंविश्वास पर कटाक्ष किये। काव्योत्सव में पधारे अन्य कवियों ने भी अपनी रचना का पाठ किया।
ओम प्रकाश हयारण, विनोद श्रीवास्तव ने अनिल साधक के जीवन पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि राजेन्द्र शर्मा ने अनिल साधक के जीवन पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि राजेन्द्र शर्मा ने अनिल साधन निष्पक्ष और निर्मीक पत्रकारिता उदहारण देते हुये पत्रकारों को अपना दायित्व ईमानदारी से निभाने की सलाह दी। कार्यक्रम के अध्यक्ष विजय दास ने बताया कि अनिल साधक एक चलता फिरता संगठन था। महेश श्रीवास्तव ने कहा कि साधक में जज्बा था और कर्म के समर्पित था।
रमेश शर्मा ने कहा कि पत्रकारों को अपने व्यक्तित्व का भी विश्लेषण करना चाहिये कि कौन से चीज उनकी प्र्रतिष्ठा और शरीर को नुकसान पहुंचा रही है। लज्जाशंकर हरदेनिया ने कहा कि साधक की पत्रकारिता कुछ न कुछ सीखने के लिए प्रेरित करती रहेगी। पुष्पेन्द्र पाल सिंह ने कहा कि जिंदादिली का दूसरा नाम था अनिल साधक कार्यक्रम का संचालन ओ.पी. हयारण एवं दिनेश निगम ने तथा आभार प्रर्दशन धर्मेन्द्र सिंह ठाकुर ने किया।


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