Sunday 14 June 2015

समाजवादी पार्टी निर्लज्ज होकर न केवल मंत्री के समर्थन में खड़ी है,

उत्तर प्रदेश पत्रकारों की नई कत्लगाह बनकर उभरा है। ताजा मामला शाहजहांपुर का है, जहां एक स्वतंत्र पत्रकार को जिंदा जलाकर मार डालने के षडयंत्रके आरोप एक मंत्री के ऊपर लग रहे हैं और पूरी समाजवादी पार्टी निर्लज्ज होकर न केवल मंत्री के समर्थन में खड़ी है, बल्कि मृतक के परिजनों पर समझौता करने के लिए दबाव भी डाला जा रहा है।
मृतक जगेंद्र सिंह स्वतंत्र पत्रकार थे और फेसबुक पर शाहजहांपुर समाचार के नाम के एक प्रोफाइल चलाते थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मजबूत मंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा, के खिलाफ कई खबरें प्रकाशित की थीं। 31 मई को ही उन्होंने एक फेसबुक पर एक पोस्ट डाली थी, उस पोस्ट में कहा गया था – “राज्यमंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा और उनके गुर्गों पर एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने गैंगरेप का आरोप लगाया तो सारे सपा नेता बेशर्मी के साथ बलात्कारियों के पक्ष में जुट गए हैं। सपा नेत्रियां भी महिला होकर पीड़ित महिला के बजाय बलात्कारियों की वकालत करने में जुट गई हैं। शायद यह सपा नेता और नेत्रियां कल को यह भी कह दें कि बुढ़ापे में गलती हो ही जाती है। पीड़ित महिला के पक्ष में अभी तक कोई आगे नहीं आया है। सभी को मंत्री और सत्ता का डर सता रहा है। पीड़ित महिला पर नेताओं, गुंडों व पुलिस का दबाव पड़ रहा है। …वाकई यूपी गुंडों की हो गई है?”
जगेंद्र ने एक और पोस्ट में लिखा था – “राज्यमंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा और उनके साथियों पर रेप का आरोप लगाने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्री को हड़काने के लिए सरकारी मशीनरी सक्रिय हो गई है। एलआईयू के एक अधिकारी ने पीड़िता को फोन कर हड़काने की कोशिश की। इसके अलावा महिला के घर के आसपास संदिग्ध लोग चक्कर लगा रहे हैं। पीड़िता ने हत्या की आशंका जताई है

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